अध्याय - १ भोजन एवं मानव स्वास्थ
अतिलघुरााम प्रश्न
प्र.१. संतुलित भोजन किसे कहते है?
उार. वह भोजन जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व उचित मात्रा में उपलध हो, उसे संतुलित भोजन कहते हैं।
प्र.२. कुपोषण किसे कह
लबे समय तक जब पोषण में किसी एक या अधिक पोषण तत्वों की कमी हो जाती है, उसे कुपोषण कहते हैं।
प्र.३. प्रोटीन की कमी से कौन से रोग होते हैं?
उार.
प्र.४. आयोडीन की कमी से कौन सा रोग होता है?
उार. आयोडीन की कमी से गलगंड या घ्
प्र.५. स्वस्थ मनुष्य का सामान्य रत दाब कितना होता है ?
उार. स्वस्थ मनुष्य का सामान्य रतरत दाब १२०/८० मिलीमीटर होता है।
प्र.६. रतचाप मापने वाले यंत्र का नाम लिखिए? दाब
प्र.५. स्वस्थ मनुष्य ·ा सामान्य रक्त दाब ·ितना होता है ?
उत्तर. स्वस्थ मनुष्य ·ा सामान्य रक्त दाब १२०/८० मिलीमीटर होता है।
प्र.६. रक्तचाप मापने वाले यंत्र ·ा नाम लिखिए?
उत्तर. स्फाइग्नोमैनोमीटर।
प्र.७. शरीर भार सूच·ां· क्या होता है?
उत्तर. मानव भार व लम्बाई ·ा अनुपात शरीर भार सूच·ां· ·हलता है।
प्र.८. सबम्यु·स फाईब्रोसिस रोग क्यों होता है?
उत्तर. गुट·ा चबाने से जबड़े ·ी माँसपेशियाँ ·ठोर हो जाती है जिससे जबड़ा ठी· तरह से नहीं खुलता है। ऐसा सबम्यु·स फाइब्रोसिस रोग ·े ·ारण होता है।
प्र.९. तम्बा·ू पादप ·ा वानस्पति· नाम लिखिए?
उत्तर. तम्बा·ू पादप ·ा वानस्पति· नाम नि·ोटिएना टोबे·म है। यह सोलेनेसी ·ुल ·ी पत्तियों से प्राप्त होता है।
प्र.१०.तम्बा·ू में ·ौन सा एल्·ेलाइड पाया जाता है?
उत्तर. तम्बा·ू में नि·ोटिन नाम· एल्·ेलाइड पाया जाता है।.
प्र.११. अफीम ·ैसे प्राप्त होता है?
उत्तर. अफीम पादप पैपेवर सोमनिफेरम ·े ·च्चे फल से प्राप्त दूध ·ो सुखाने से प्राप्त होती है।
प्र.१२. अफीम में पाये जाने वाले प्रमुख एल्·ेलाइड ·े नाम लिखिए?
उत्तर. अफीम में मार्फीन, ·ोडिन, नि·ोटिन, सोमनिफेरम, पैपेवरिन प्रमुख एल्·ेलाइड पाये जाते हैं।
प्र.१३. मदिरा ·ा प्रमुख घट· लिखिए?
उत्तर. ऐथिल एल्·ोहॉल ।
प्र.१४. संतुलित भोजन ·िसे ·हते है?
उत्तर. वह भोजन जिसमें सभी आवश्य· पोष· तत्व उचित मात्रा में उपलब्ध हो, उसे संतुलित भोजन ·हते हैं।
प्र.१५. नारू रोग ·े रोग जन· ·ा नाम लिखिए?
उत्तर. ड्रे·न्·ुलस मेडीनेसिस नाम· ·ृमि ·े अण्डों से नारू रोग होता है।
प्र.१६. विटामिन ्र ·ी ·मी से ·ौन सा रोग होता है?
उत्तर. विटामिन ्र ·ी ·मी से रतौंधी नाम· रोग होता है।
प्र.१७. ·ोल्ड ड्रिंक्स में पाया जाने वाला ·ौन सा पदार्थ दाँतों ·े लिए हानि·ार· होता है?
उत्तर. फास्फोरि· अम्ल।
प्र.१८. प्रदूषित जल ·े पीने से ·ौन सी बीमारियाँ होती है?
उत्तर. हैजा, पेचिस, हेपेटाइटिस, टायफाइड, पीलिया आदि ·ई रोग होते है।
प्र.१९. मुख ·े ·िनारे एवं होंठो ·ी त्वचा ·ा फटना ·िस रोग ·े लक्षण है?
उत्तर. राइबोफ्लेविनोसिस
प्र.२०. पेलेग्रा रोग ·िस विटामिन ·ी ·मी से होता है?
उत्तर. विटामिन क्च३ (नियासिन) ·ी ·मी से पेलेग्रा नाम· रोग होता है।
लघुरात्तम प्रश्न
प्र.१. संतुलित व असंतुलित भोजन ·ो परिभाषित ·ीजिए?
उत्तर. संतुलित भोजन - जिस आहार में सभी पोष· तत्व उचित मात्रा में हो उसे संतुलित भोजन ·हते है। संतुलित आहार शरीर ·ो पोषण प्रदान ·रता है। संतुलित आहार शरीर ·ो रोगो से लडने ·ी क्षमता प्रदान ·रता है व मजबूत बनाता है।
असंतुलित भोजन - जिस आहार में सभी पोष· तत्व उचित मात्रा में न हो ·र ·िसी ए· या ए· से अधि· पोष· तत्वों ·ी ·मी हो उसे असंतुलित भोजन ·हते हैं। असंतुलित भोजन से ·ुपोषण होता है।
प्र.२. विटामिन ·ी ·मी से होने वाले रोगों ·ा नाम व लक्षण लिखिए?
प्र.३. प्रोटीन ·ी ·मी से ·ौन से रोग होते हैं? इन·े लक्षण व रो·थम ·े उपाय लिखिए।
उत्तर. प्रोटीन ·ी ·मी से क्वाशिओर·ोर तथा मेरेस्मस रोग होते हैं।
क्वाशिओर·ोर प्रोटीन ·ी ·मी ·े ·ारण होता है
लक्षण : इस बीमारी में बच्चे ·ा पेट फूल जाता है। भूख ·म लगती है। त्वचा पीली, शुष्·, ·ाली, धब्बेदार हो·र फटने लगती है।
लक्षण : भोजन में प्रर्याप्त मात्रा में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ होने चाहिए। जैसे- दालें, अंडा, दूध, मूंगफली,अनाज ·ा दलिया आदि।
मेरस्मस प्रोटीन ·े साथ पोषण में पर्याप्त ऊर्जा ·ी ·मी ·े ·ारण होता है
लक्षण : शरीर सुख ·र दुर्बल हो जाता है आँखे ·ांतिहीन एवं अन्दर धँस जाती है।
लक्षण : भोजन में प्रर्याप्त मात्रा में प्रोटीन व ·ार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ होने चाहिए। जैसे- दालें, अंडा, दूध, मूंगफली,अनाज ·ा दलिया आदि।
प्र.४. पीने योग्य जल में क्या गुण होने चाहिए।
उत्तर. जल ·ा चभ् संतुलित हो, जल में प्रर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन घुली हो। आँखों से दिखने वाले ·ण और वनस्पति नहीं होनी चाहिए।
प्र.५. दूषित जल ·े दुष्प्रभाव लिखिए।
उत्तर. यदि पीने ·ा पानी दूषित है तो इसमें ·ई प्र·ार ·े सूक्ष्म जीव जैसे- विषाणु प्रोटोजोआ, ·ृमि आदि पाये जा स·ते है। जिनसे ·ई प्र·ार ·ी बीमारियाँ जैसे- हैजा, पेचिस जैसी बीमारियाँ आसानी से ·िसी ·ो भी शि·ार बना लेती है। विषाणु सं·्रमण से हिपेटाइटिस, फ्लू, ·ोलेरा, आदि व ·ृमि से नारू या बाला रोग होता है। दूषित पानी से नहाने से त्वचा सम्बन्धी रोग हो जाते हैं।
प्र.४. रक्तचाप ·िसे ·हते है? स्वस्थ मनुष्य ·ा सामान्य रक्तचाप ·ितना होता है?
उत्तर. रक्तवाहिनियों में बहते रक्त द्वारा वाहिनियों ·ी दीवारों पर डाले गये दबाब ·ो रक्तचाप ·हते है। धमनियाँ वह नलि·ाएँ है जो ह्रदय से रक्त ·ोशरीर ·े सभी उत्त·ों और अंगों त· ले जाती है।
·िसी व्यक्ति ·ा रक्तचाप सिस्टोली· व डायास्टोली· ·े रूप में व्यक्त ·िया जाता है। ए· स्वस्थ मनुष्य ·ा सामान्य रक्त दाब १२०/८० मिलीमीटर होता है। सिस्टोली· अर्थात उपर ·ी संख्या धमनियों ·े दाब ·ो दर्शाती है, इसमें ह्रदय ·ी माँसपेशियाँ सं·ुचित हो·र धमनियों में रक्त ·ो पम्प ·रती है। डायास्टोली· रक्त चाप अर्थात नीचे वाली संख्या धमनियों में उस दाब ·ो दर्शाती है जब सं·ुचन ·े बाद ह्रदय ·ी माँसपेशियाँ शिथिल हो जाती है।
ए· सामान्य व्यक्ति ·ा सिस्टोली· रक्तचाप पारा ·े ९० और १२० मिलीमीटर ·े बीच तथा डायास्टोली· रक्तचाप पारा ·े ६० से ८० मिलीमीटर ·े बीच होता है।
प्र.५. तम्बा·ू ·े उपयोग से होने वाली हानियाँ लिखिए।
उत्तर. तम्बा·ू ·े उपयोग से होने वाली हानियां निम्न है-
१. तम्बा·ू ·े निरन्तर सम्पर्· में आने से मुँह, जीभ, गले व फेफडे आदि ·ा ·ैंसर होने ·ी सम्भावना बढ़ जाती है।
२. तम्बा·ू में उपस्थित नि·ोटिन धमनियों ·ी दीवारों ·ो मोटा ·र देती है जिससे रक्तचाप व ह्रदय स्पदंन ·ी दर बढ़ जाती है।
३. सिगरेट ·े धुएँ में उपस्थित ·ार्बन मोनो ऑक्साइड लाल रूधिर ·णि·ाओं ·ो नष्ट ·र ऑक्सीजन परिवहन क्षमता ·ो ·म ·र देता है।
४. सिगरेट, बीड़ी आदि ·ा सेवन ·रने वाले ·े साथ पास में बैठने वाले पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है क्यों·ि वातावरण में फैला नि·ोटिन युक्त धुँआ हवा ·े साथ उन·े फेफडों में भी पहुँचता है।
५. गर्भवती महिलाओं द्वारा तम्बा·ू ·ा सेवन ·रने से भू्रण ·ा वि·ास धीमा हो जाता है।
प्र.६. मदिरा सेवन ·े दुष्प्रभाव लिखिए।
उत्तर. मदिरा सेवन ·े दुष्प्रभाव निम्न है-
१. मदिरा सेवन से एल्·ोहॉल रक्त प्रवाह द्वारा य·ृत में पहुँचता है जिसे य·ृत एसीटल्डिहाइड में बदल देता है जो ए· विषैला पदार्थ है।
२. एल्·ोहॉल ·े प्रभाव से वसीय य·ृत रोग होता है जिससे प्रोटीन व ·ार्बोहाइड्रेट संश्लेषण पर प्रभाव पडता है।
३. एल्·ोहॉल ·े प्रभाव से शरीर ·ा सांमजस्य व नियंत्रण ·मजोर हो जाता है।
४. इस·े प्रभाव से स्मरण क्षमता में ·मी हो जाती है।
५. व्यक्ति ·ी आर्थि· स्थिति ·मजोर हो जाती है तथा सामाजि· प्रतिष्ठा ·ो ठेस भी ·म हो जाती है।
प्र.७. खनिज ·ुपोषण से होने वाली हानियाँ लिखिए।
उत्तर. खनिज ·ुपोषण से शरीर में ·ई प्र·ार ·े वि·ार उत्पन्न हो जाते है। लौह तत्व रूधिर ·े हिमोग्लोबिन ·ा भाग होता है। इस·ी ·मी से रक्त हीनता होती है। ·ैल्शियम ·ी ·मी से हड्डियाँ ·मजोर हो जाती है। आयोडीन ·ी ·मी से थायराइड ग्रन्थि ·ी ·्रिया मंद पड़ जाती है और गलगंड या घेघा रोग हो जाता है।
प्र.८. ·ोल्ड ड्रिंक्स ·ा हमारे शरीर पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों ·ा वर्णन ·ीजिए।
उत्तर. ·ोल्ड ड्रिंक्स में मिलाए जाने वाले तत्वों में ·ोई मान· निर्धारित न होने से इन शीतल पेयों में मिलाये जाने वाले तत्वों ·ी मात्रा ·ितनी होनी चाहिए इस·ी जान·ारी सर·ार त· ·ो नहीं है। ·ोल्ड ड्रिंक्स में पाये जाने वाले लींडेन, डी.डी.टी., मेलाथियम और क्लोरोपाइरीफॉस ·ैंसर, स्नायु प्रजनन सम्बन्धी बीमारी और प्रतिरक्षा तंत्र ·ो खराब ·रने ·े लिए जिम्मेदार है। ·ोल्ड ड्रिंक्स निमार्ण ·े समय इनमे मिलाया जाने वाला फास्फोरि· अम्ल दाँतों ·ो नु·सान पहुँचाता है। इसी प्र·ार इसमें मिलाया जाना वाला एथीलिन ग्लाइ·ोल जो पानी ·ो शून्य डिग्री पर भी जमने नहीं देता जो ·ि ए· मीठा जहर है। बोरि· अम्ल, बैजोइ· अम्ल तथा ऐरिथोबरि· मिला·र इसे और अधि· अम्लीय बनाया जाता है जिससे पेट में जलन, खट्टी ड·ारें, दिमाग में सनसनी, चिडचिडापन और हड्डियों ·े वि·ास में अवरोध पैदा ·रता है। ·ोल्डड्रिंक्स में ०.४ पी.पी.एस. सीसा डाला जाता है जो स्नायु मस्ति·, गुर्दा, लीवर और माँसपेशियों ·े लिए घात· होता है। इसमें मिली ·ेफीन से अनिद्रा और सिरदर्द ·ी समस्या होता है।
अतिलघुरााम प्रश्न
प्र.१. संतुलित भोजन किसे कहते है?
उार. वह भोजन जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व उचित मात्रा में उपलध हो, उसे संतुलित भोजन कहते हैं।
प्र.२. कुपोषण किसे कह
लबे समय तक जब पोषण में किसी एक या अधिक पोषण तत्वों की कमी हो जाती है, उसे कुपोषण कहते हैं।
प्र.३. प्रोटीन की कमी से कौन से रोग होते हैं?
उार.
प्र.४. आयोडीन की कमी से कौन सा रोग होता है?
उार. आयोडीन की कमी से गलगंड या घ्
प्र.५. स्वस्थ मनुष्य का सामान्य रत दाब कितना होता है ?
उार. स्वस्थ मनुष्य का सामान्य रतरत दाब १२०/८० मिलीमीटर होता है।
प्र.६. रतचाप मापने वाले यंत्र का नाम लिखिए? दाब
प्र.५. स्वस्थ मनुष्य ·ा सामान्य रक्त दाब ·ितना होता है ?
उत्तर. स्वस्थ मनुष्य ·ा सामान्य रक्त दाब १२०/८० मिलीमीटर होता है।
प्र.६. रक्तचाप मापने वाले यंत्र ·ा नाम लिखिए?
उत्तर. स्फाइग्नोमैनोमीटर।
प्र.७. शरीर भार सूच·ां· क्या होता है?
उत्तर. मानव भार व लम्बाई ·ा अनुपात शरीर भार सूच·ां· ·हलता है।
प्र.८. सबम्यु·स फाईब्रोसिस रोग क्यों होता है?
उत्तर. गुट·ा चबाने से जबड़े ·ी माँसपेशियाँ ·ठोर हो जाती है जिससे जबड़ा ठी· तरह से नहीं खुलता है। ऐसा सबम्यु·स फाइब्रोसिस रोग ·े ·ारण होता है।
प्र.९. तम्बा·ू पादप ·ा वानस्पति· नाम लिखिए?
उत्तर. तम्बा·ू पादप ·ा वानस्पति· नाम नि·ोटिएना टोबे·म है। यह सोलेनेसी ·ुल ·ी पत्तियों से प्राप्त होता है।
प्र.१०.तम्बा·ू में ·ौन सा एल्·ेलाइड पाया जाता है?
उत्तर. तम्बा·ू में नि·ोटिन नाम· एल्·ेलाइड पाया जाता है।.
प्र.११. अफीम ·ैसे प्राप्त होता है?
उत्तर. अफीम पादप पैपेवर सोमनिफेरम ·े ·च्चे फल से प्राप्त दूध ·ो सुखाने से प्राप्त होती है।
प्र.१२. अफीम में पाये जाने वाले प्रमुख एल्·ेलाइड ·े नाम लिखिए?
उत्तर. अफीम में मार्फीन, ·ोडिन, नि·ोटिन, सोमनिफेरम, पैपेवरिन प्रमुख एल्·ेलाइड पाये जाते हैं।
प्र.१३. मदिरा ·ा प्रमुख घट· लिखिए?
उत्तर. ऐथिल एल्·ोहॉल ।
प्र.१४. संतुलित भोजन ·िसे ·हते है?
उत्तर. वह भोजन जिसमें सभी आवश्य· पोष· तत्व उचित मात्रा में उपलब्ध हो, उसे संतुलित भोजन ·हते हैं।
प्र.१५. नारू रोग ·े रोग जन· ·ा नाम लिखिए?
उत्तर. ड्रे·न्·ुलस मेडीनेसिस नाम· ·ृमि ·े अण्डों से नारू रोग होता है।
प्र.१६. विटामिन ्र ·ी ·मी से ·ौन सा रोग होता है?
उत्तर. विटामिन ्र ·ी ·मी से रतौंधी नाम· रोग होता है।
प्र.१७. ·ोल्ड ड्रिंक्स में पाया जाने वाला ·ौन सा पदार्थ दाँतों ·े लिए हानि·ार· होता है?
उत्तर. फास्फोरि· अम्ल।
प्र.१८. प्रदूषित जल ·े पीने से ·ौन सी बीमारियाँ होती है?
उत्तर. हैजा, पेचिस, हेपेटाइटिस, टायफाइड, पीलिया आदि ·ई रोग होते है।
प्र.१९. मुख ·े ·िनारे एवं होंठो ·ी त्वचा ·ा फटना ·िस रोग ·े लक्षण है?
उत्तर. राइबोफ्लेविनोसिस
प्र.२०. पेलेग्रा रोग ·िस विटामिन ·ी ·मी से होता है?
उत्तर. विटामिन क्च३ (नियासिन) ·ी ·मी से पेलेग्रा नाम· रोग होता है।
लघुरात्तम प्रश्न
प्र.१. संतुलित व असंतुलित भोजन ·ो परिभाषित ·ीजिए?
उत्तर. संतुलित भोजन - जिस आहार में सभी पोष· तत्व उचित मात्रा में हो उसे संतुलित भोजन ·हते है। संतुलित आहार शरीर ·ो पोषण प्रदान ·रता है। संतुलित आहार शरीर ·ो रोगो से लडने ·ी क्षमता प्रदान ·रता है व मजबूत बनाता है।
असंतुलित भोजन - जिस आहार में सभी पोष· तत्व उचित मात्रा में न हो ·र ·िसी ए· या ए· से अधि· पोष· तत्वों ·ी ·मी हो उसे असंतुलित भोजन ·हते हैं। असंतुलित भोजन से ·ुपोषण होता है।
प्र.२. विटामिन ·ी ·मी से होने वाले रोगों ·ा नाम व लक्षण लिखिए?
प्र.३. प्रोटीन ·ी ·मी से ·ौन से रोग होते हैं? इन·े लक्षण व रो·थम ·े उपाय लिखिए।
उत्तर. प्रोटीन ·ी ·मी से क्वाशिओर·ोर तथा मेरेस्मस रोग होते हैं।
क्वाशिओर·ोर प्रोटीन ·ी ·मी ·े ·ारण होता है
लक्षण : इस बीमारी में बच्चे ·ा पेट फूल जाता है। भूख ·म लगती है। त्वचा पीली, शुष्·, ·ाली, धब्बेदार हो·र फटने लगती है।
लक्षण : भोजन में प्रर्याप्त मात्रा में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ होने चाहिए। जैसे- दालें, अंडा, दूध, मूंगफली,अनाज ·ा दलिया आदि।
मेरस्मस प्रोटीन ·े साथ पोषण में पर्याप्त ऊर्जा ·ी ·मी ·े ·ारण होता है
लक्षण : शरीर सुख ·र दुर्बल हो जाता है आँखे ·ांतिहीन एवं अन्दर धँस जाती है।
लक्षण : भोजन में प्रर्याप्त मात्रा में प्रोटीन व ·ार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ होने चाहिए। जैसे- दालें, अंडा, दूध, मूंगफली,अनाज ·ा दलिया आदि।
प्र.४. पीने योग्य जल में क्या गुण होने चाहिए।
उत्तर. जल ·ा चभ् संतुलित हो, जल में प्रर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन घुली हो। आँखों से दिखने वाले ·ण और वनस्पति नहीं होनी चाहिए।
प्र.५. दूषित जल ·े दुष्प्रभाव लिखिए।
उत्तर. यदि पीने ·ा पानी दूषित है तो इसमें ·ई प्र·ार ·े सूक्ष्म जीव जैसे- विषाणु प्रोटोजोआ, ·ृमि आदि पाये जा स·ते है। जिनसे ·ई प्र·ार ·ी बीमारियाँ जैसे- हैजा, पेचिस जैसी बीमारियाँ आसानी से ·िसी ·ो भी शि·ार बना लेती है। विषाणु सं·्रमण से हिपेटाइटिस, फ्लू, ·ोलेरा, आदि व ·ृमि से नारू या बाला रोग होता है। दूषित पानी से नहाने से त्वचा सम्बन्धी रोग हो जाते हैं।
प्र.४. रक्तचाप ·िसे ·हते है? स्वस्थ मनुष्य ·ा सामान्य रक्तचाप ·ितना होता है?
उत्तर. रक्तवाहिनियों में बहते रक्त द्वारा वाहिनियों ·ी दीवारों पर डाले गये दबाब ·ो रक्तचाप ·हते है। धमनियाँ वह नलि·ाएँ है जो ह्रदय से रक्त ·ोशरीर ·े सभी उत्त·ों और अंगों त· ले जाती है।
·िसी व्यक्ति ·ा रक्तचाप सिस्टोली· व डायास्टोली· ·े रूप में व्यक्त ·िया जाता है। ए· स्वस्थ मनुष्य ·ा सामान्य रक्त दाब १२०/८० मिलीमीटर होता है। सिस्टोली· अर्थात उपर ·ी संख्या धमनियों ·े दाब ·ो दर्शाती है, इसमें ह्रदय ·ी माँसपेशियाँ सं·ुचित हो·र धमनियों में रक्त ·ो पम्प ·रती है। डायास्टोली· रक्त चाप अर्थात नीचे वाली संख्या धमनियों में उस दाब ·ो दर्शाती है जब सं·ुचन ·े बाद ह्रदय ·ी माँसपेशियाँ शिथिल हो जाती है।
ए· सामान्य व्यक्ति ·ा सिस्टोली· रक्तचाप पारा ·े ९० और १२० मिलीमीटर ·े बीच तथा डायास्टोली· रक्तचाप पारा ·े ६० से ८० मिलीमीटर ·े बीच होता है।
प्र.५. तम्बा·ू ·े उपयोग से होने वाली हानियाँ लिखिए।
उत्तर. तम्बा·ू ·े उपयोग से होने वाली हानियां निम्न है-
१. तम्बा·ू ·े निरन्तर सम्पर्· में आने से मुँह, जीभ, गले व फेफडे आदि ·ा ·ैंसर होने ·ी सम्भावना बढ़ जाती है।
२. तम्बा·ू में उपस्थित नि·ोटिन धमनियों ·ी दीवारों ·ो मोटा ·र देती है जिससे रक्तचाप व ह्रदय स्पदंन ·ी दर बढ़ जाती है।
३. सिगरेट ·े धुएँ में उपस्थित ·ार्बन मोनो ऑक्साइड लाल रूधिर ·णि·ाओं ·ो नष्ट ·र ऑक्सीजन परिवहन क्षमता ·ो ·म ·र देता है।
४. सिगरेट, बीड़ी आदि ·ा सेवन ·रने वाले ·े साथ पास में बैठने वाले पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है क्यों·ि वातावरण में फैला नि·ोटिन युक्त धुँआ हवा ·े साथ उन·े फेफडों में भी पहुँचता है।
५. गर्भवती महिलाओं द्वारा तम्बा·ू ·ा सेवन ·रने से भू्रण ·ा वि·ास धीमा हो जाता है।
प्र.६. मदिरा सेवन ·े दुष्प्रभाव लिखिए।
उत्तर. मदिरा सेवन ·े दुष्प्रभाव निम्न है-
१. मदिरा सेवन से एल्·ोहॉल रक्त प्रवाह द्वारा य·ृत में पहुँचता है जिसे य·ृत एसीटल्डिहाइड में बदल देता है जो ए· विषैला पदार्थ है।
२. एल्·ोहॉल ·े प्रभाव से वसीय य·ृत रोग होता है जिससे प्रोटीन व ·ार्बोहाइड्रेट संश्लेषण पर प्रभाव पडता है।
३. एल्·ोहॉल ·े प्रभाव से शरीर ·ा सांमजस्य व नियंत्रण ·मजोर हो जाता है।
४. इस·े प्रभाव से स्मरण क्षमता में ·मी हो जाती है।
५. व्यक्ति ·ी आर्थि· स्थिति ·मजोर हो जाती है तथा सामाजि· प्रतिष्ठा ·ो ठेस भी ·म हो जाती है।
प्र.७. खनिज ·ुपोषण से होने वाली हानियाँ लिखिए।
उत्तर. खनिज ·ुपोषण से शरीर में ·ई प्र·ार ·े वि·ार उत्पन्न हो जाते है। लौह तत्व रूधिर ·े हिमोग्लोबिन ·ा भाग होता है। इस·ी ·मी से रक्त हीनता होती है। ·ैल्शियम ·ी ·मी से हड्डियाँ ·मजोर हो जाती है। आयोडीन ·ी ·मी से थायराइड ग्रन्थि ·ी ·्रिया मंद पड़ जाती है और गलगंड या घेघा रोग हो जाता है।
प्र.८. ·ोल्ड ड्रिंक्स ·ा हमारे शरीर पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों ·ा वर्णन ·ीजिए।
उत्तर. ·ोल्ड ड्रिंक्स में मिलाए जाने वाले तत्वों में ·ोई मान· निर्धारित न होने से इन शीतल पेयों में मिलाये जाने वाले तत्वों ·ी मात्रा ·ितनी होनी चाहिए इस·ी जान·ारी सर·ार त· ·ो नहीं है। ·ोल्ड ड्रिंक्स में पाये जाने वाले लींडेन, डी.डी.टी., मेलाथियम और क्लोरोपाइरीफॉस ·ैंसर, स्नायु प्रजनन सम्बन्धी बीमारी और प्रतिरक्षा तंत्र ·ो खराब ·रने ·े लिए जिम्मेदार है। ·ोल्ड ड्रिंक्स निमार्ण ·े समय इनमे मिलाया जाने वाला फास्फोरि· अम्ल दाँतों ·ो नु·सान पहुँचाता है। इसी प्र·ार इसमें मिलाया जाना वाला एथीलिन ग्लाइ·ोल जो पानी ·ो शून्य डिग्री पर भी जमने नहीं देता जो ·ि ए· मीठा जहर है। बोरि· अम्ल, बैजोइ· अम्ल तथा ऐरिथोबरि· मिला·र इसे और अधि· अम्लीय बनाया जाता है जिससे पेट में जलन, खट्टी ड·ारें, दिमाग में सनसनी, चिडचिडापन और हड्डियों ·े वि·ास में अवरोध पैदा ·रता है। ·ोल्डड्रिंक्स में ०.४ पी.पी.एस. सीसा डाला जाता है जो स्नायु मस्ति·, गुर्दा, लीवर और माँसपेशियों ·े लिए घात· होता है। इसमें मिली ·ेफीन से अनिद्रा और सिरदर्द ·ी समस्या होता है।